शिव पंचाक्षर स्तोत्र के लाभ ( shiv panchakshar stotra benefits )
शिव पंचाक्षर स्तोत्र (Shiva Panchakshara Stotram ) का नियमित पाठ करने से भक्तों को अनेक लाभ प्राप्त होते हैं, जैसे कि:
- मोक्ष की प्राप्ति: इस स्तोत्र का पाठ करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
- पापों का नाश: यह स्तोत्र सभी पापों को नष्ट कर देता है।
- मन की शांति: यह मन को शांत करता है और तनाव को कम करता है।
- आशीर्वाद: भगवान शिव के सभी आशीर्वाद प्राप्त होते हैं।
- आर्थिक समृद्धि: इस स्तोत्र का पाठ करने से आर्थिक समृद्धि प्राप्त होती है।
- सुख-शांति: यह स्तोत्र जीवन में सुख और शांति लाता है।
- रोग मुक्ति: यह स्तोत्र रोगों से मुक्ति दिलाता है।
- मनोकामना पूर्ण: इस स्तोत्र का पाठ करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
इसके अलावा, शिव पंचाक्षर स्तोत्र ( Panchakshara Stotram- Nagendra Haraya Trilochanaya ) का पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में कई सकारात्मक बदलाव आते हैं, जैसे कि आत्मविश्वास बढ़ता है, मानसिक शक्ति बढ़ती है, और जीवन में सफलता प्राप्त होती है।
शिव पंचाक्षर स्तोत्र ( Shiv Panchakshar ) का पाठ करने के लिए नियमितता और श्रद्धा बहुत महत्वपूर्ण है। यदि आप इस स्तोत्र का नियमित पाठ करते हैं, तो आप इसके लाभों का अनुभव कर सकते हैं।
Shiva Panchakshara Stotram- Nagendra Haraya Trilochanaya Lyrics in Sanskrit
॥ शिव पञ्चाक्षर स्तोत्रम् ॥
नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनायभस्माङ्गरागाय महेश्वराय।
नित्याय शुद्धाय दिगम्बरायतस्मै न काराय नमः शिवाय॥1॥
मन्दाकिनीसलिलचन्दनचर्चितायनन्दीश्वरप्रमथनाथमहेश्वराय।
मन्दारपुष्पबहुपुष्पसुपूजितायतस्मै म काराय नमः शिवाय॥2॥
शिवाय गौरीवदनाब्जवृन्दसूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय।
श्रीनीलकण्ठाय वृषध्वजायतस्मै शि काराय नमः शिवाय्॥3॥
वसिष्ठकुम्भोद्भवगौतमार्यमुनीन्द्रदेवार्चितशेखराय।
चन्द्रार्कवैश्वानरलोचनायतस्मै व काराय नमः शिवाय॥4॥
यक्षस्वरूपाय जटाधरायपिनाकहस्ताय सनातनाय।
दिव्याय देवाय दिगम्बरायतस्मै य काराय नमः शिवाय॥5॥
पञ्चाक्षरमिदं पुण्यं यः पठेच्छिवसन्निधौ।
शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते॥6॥
॥ इति श्रीमच्छङ्कराचार्यविरचितं शिवपञ्चाक्षरस्तोत्रं सम्पूर्णम्। ॥
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