Lakshmi Ashtakam- लक्ष्मी अष्टकम: माता लक्ष्मी की कृपा पाने का अचूक उपाय

Mahalashmi Ashtakam

Mahalakshmi Ashtakam लक्ष्मी अष्टकम: सुख-समृद्धि का मंत्र लक्ष्मी अष्टकम ( Lakshmi Ashtakam) एक शक्तिशाली स्तोत्रम है जो माता लक्ष्मी की महिमा का गान करता है। माता लक्ष्मी धन, संपत्ति और सुख-समृद्धि की देवी मानी जाती हैं। महालक्ष्मी अष्टकम ( Mahalakshmi Ashtakam ) का नियमित पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में धन-धान्य की वृद्धि होती … Read more

Surya Ashtakam श्री सूर्य अष्टकम स्तोत्र: रोजगार और सरकारी नौकरी के लिए अचूक उपाय

Surya Ashtakam

रोजगार और सरकारी नौकरी के लिए सूर्य अष्टकम ( Surya Ashtakam ) का महत्व सूर्य देव को सभी ग्रहों का अधिपति माना जाता है। वे हमारे जीवन में ऊर्जा, स्वास्थ्य और नेतृत्व का प्रतिनिधित्व करते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य देव सिंह राशि के स्वामी हैं और रविवार को इनका दिन माना जाता है। … Read more

Lingashtakam- Lyrics in Sanskrit लिंगाष्टकम स्तोत्र: शिवजी को प्रसन्न करने का अचूक उपाय

Shiv Lingashtakam

Lingashtakam- Lyrics in Sanskrit नियमित रूप से लिंगाष्टकम स्तोत्र का पाठ करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। लिंगाष्टकम स्तोत्र ( Lingashtakam Stotram ) एक शक्तिशाली हिंदू मंत्र है जो भगवान शिव की महिमा का गान करता है। यह स्तोत्र आठ श्लोकों से बना है और शिवलिंग की पूजा के साथ इसे पढ़ने … Read more

Krishna Ashtakam- हर काम में सफलता पाना चाहते हैं? श्रीकृष्ण अष्टकम का पाठ करें।

Krishna Ashtakam

श्री कृष्ण भगवान विष्णु के आठवें अवतार हैं। उन्हें प्रसन्न करने के लिए लोग पूजा करते हैं और श्रीकृष्ण अष्टकम ( Krishna Ashtakam ) का पाठ करते हैं। इस अष्टक का नियमित पाठ करने से जीवन में हमेशा सफलता मिलती है और भगवान कृष्ण की कृपा बनी रहती है। Shri Krishna Ashtakam Lyrics in hindi … Read more

Ganesha Ashtakam: श्री गणेश अष्टाकम | Lyrics Sanskrit

Ganesh Ashtakam

॥ अथ श्री गणेशाष्टकम् ॥ श्री गणेशाय नमः सर्वे उचुः। यतोऽनन्तशक्तेरनन्ताश्च जीवायतो निर्गुणादप्रमेया गुणास्ते।यतो भाति सर्वं त्रिधा भेदभिन्नंसदा तं गणेशं नमामो भजामः॥1॥ यतश्चाविरासीज्जगत्सर्वमेतत्तथाऽब्जासनोविश्वगो विश्वगोप्ता।तथेन्द्रादयो देवसङ्घा मनुष्याःसदा तं गणेशं नमामो भजामः॥2॥ यतो वह्निभानू भवो भूर्जलं चयतः सागराश्चन्द्रमा व्योम वायुः।यतः स्थावरा जङ्गमा वृक्षसङ्घासदा तं गणेशं नमामो भजामः॥3॥ यतो दानवाः किन्नरा यक्षसङ्घायतश्चारणा वारणाः श्वापदाश्च।यतः पक्षिकीटा यतो वीरूधश्चसदा तं … Read more