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Surya Ashtakam श्री सूर्य अष्टकम स्तोत्र: रोजगार और सरकारी नौकरी के लिए अचूक उपाय

Surya Ashtakam

रोजगार और सरकारी नौकरी के लिए सूर्य अष्टकम ( Surya Ashtakam ) का महत्व

सूर्य देव को सभी ग्रहों का अधिपति माना जाता है। वे हमारे जीवन में ऊर्जा, स्वास्थ्य और नेतृत्व का प्रतिनिधित्व करते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य देव सिंह राशि के स्वामी हैं और रविवार को इनका दिन माना जाता है। रविवार को सूर्य देव की पूजा करने और सूर्य अष्टकम ( Surya Ashtakam ) का पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में कई सकारात्मक बदलाव आते हैं।

रोजगार और सरकारी नौकरी में आ रही कठिनाइयों के लिए सूर्य अष्टकम क्यों लाभदायक है?

सूर्य अष्टकम का पाठ करने की विधि:

सूर्य अष्टकम ( Shri Surya Ashtakam ) का नियमित पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में कई सकारात्मक बदलाव आते हैं। यह न केवल रोजगार और सरकारी नौकरी में सफलता दिलाता है बल्कि व्यक्ति के स्वास्थ्य, धन और वैवाहिक जीवन में भी सुधार करता है।


आदिदेव नमस्तुभ्यंप्रसीद मम भास्कर।
दिवाकर नमस्तुभ्यंप्रभाकर नमोऽस्तुते॥1॥

सप्ताश्वरथमारूढंप्रचण्डं कश्यपात्मजम्।
श्वेतपद्मधरं देवं तंसूर्यं प्रणमाम्यहम्॥2॥

लोहितं रथमारूढंसर्वलोकपितामहम्।
महापापहरं देवं तंसूर्यं प्रणमाम्यहम्॥3॥

त्रैगुण्यं च महाशूरंब्रह्माविष्णुमहेश्वरम्।
महापापहरं देवं तंसूर्यं प्रणमाम्यहम्॥4॥

बृंहितं तेजःपुञ्जं चवायुमाकाशमेव च।
प्रभुं च सर्वलोकानांतं सूर्यं प्रणमाम्यहम्॥5॥

बन्धूकपुष्पसङ्काशंहारकुण्डलभूषितम्।
एकचक्रधरं देवंतं सूर्यं प्रणमाम्यहम्॥6॥

तं सूर्यं जगत्कर्तारंमहातेजःप्रदीपनम्।
महापापहरं देवंतं सूर्यं प्रणमाम्यहम्॥7॥

तं सूर्यं जगतां नाथंज्ञानविज्ञानमोक्षदम्।
महापापहरं देवंतं सूर्यं प्रणमाम्यहम्॥8॥

॥ इति श्रीशिवप्रोक्तं सूर्याष्टकं सम्पूर्णम् ॥


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